सुनs हो बहिनी, सुनs हो भइया, अब जागे के बा, अब बोले के बा। हमनी हईं भोजपुरिया भाखी, राज हमार भोजपुर, राजधानी काशी!

भोजपुर राज्य के जरूरत काहे बा?

(एक विस्तृत आ गहन विश्लेषण) भोजपुरिया क्षेत्र के जनता बरिसन से राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक आ औद्योगिक रूप से उपेक्षित रहल बा। भोजपुरिया लोगन के अपना भाषा, रोजगार, शिक्षा आ बुनियादी सुविधन खातिर लगातार संघर्ष करे के पड़ता। जब झारखंड, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ आ तेलंगाना जइसन राज्य बन सकेला, त भोजपुर राज्य काहे नइखे बन सके? एह लेख में भोजपुर राज्य के जरूरत के हर पहलू से गहराई से समझल जाई।

◆ 1⃣ भोजपुरिया पहचान के सुरक्षा आ भाषा के सम्मान

भोजपुरी भाषा 25 करोड़ से अधिक लोग बोलेला, लेकिन एकरा के अभी तक संवैधानिक मान्यता नइखे मिलल।

⬛ भोजपुरी भाषा विश्व स्तर पर प्रसिद्ध बा, लेकिन भारत में संविधान के आठवीं अनुसूची में अबहीं तक शामिल नइखे भइल।

⬛ बिहार में मैथिली, मगही, अंगिका जइसन भाषा के सरकारी मान्यता मिलल बा, लेकिन भोजपुरी के अनदेखी भइल बा।

⬛ भोजपुरी में भिखारी ठाकुर, राहुल सांकृत्यायन, महाप्रभु मिश्र, रेणु, देवकी नंदन खत्री जइसन साहित्यकार लोगन के योगदान रहल बा।

⬛ अगर भोजपुर राज्य बन जाई, त भोजपुरी के सरकारी मान्यता मिली आ एकरा के स्कूल-कॉलेज में पढ़ाई जाए लागी।

⬛ भोजपुरी सिनेमा, लोकगीत, बिरहा, बिदेसिया, नाटक आ साहित्य के संरक्षण आ संवर्धन मिली।

◆ 2⃣ आर्थिक पिछड़ापन दूर कइला खातिर भोजपुर राज्य जरूरी बा

भोजपुर क्षेत्र में अपार प्राकृतिक संसाधन बा, लेकिन विकास नइखे भइल।

(A) कृषि आधारित अर्थव्यवस्था:

  • भोजपुर क्षेत्र के मुख्य फसल: गेहूँ, धान, गन्ना, दलहन, तिलहन, आलू, सब्जी, मिर्च, मसाला, फल-सब्जी।

  • अगर भोजपुर राज्य बन जाई, त:

    ✔ फूड प्रोसेसिंग यूनिट, कोल्ड स्टोरेज आ आधुनिक कृषि अनुसंधान केंद्र खुले।

    ✔ गन्ना उत्पादन वाला इलाका में नई चीनी मिल खोली।

    ✔ डेयरी उद्योग, पॉल्ट्री फार्म आ मछली पालन के बढ़ावा मिली।

(B) खनिज संपदा आ उद्योग:

  • भोजपुर क्षेत्र में कोयला, लौह अयस्क, चूना पत्थर, ग्रेनाइट, बॉक्साइट, बालू, सिलिका भरपूर बा।

अगर भोजपुर राज्य बन जाई, त:

✔ सीमेंट उद्योग, स्टील प्लांट, बिजली प्लांट, स्टोन क्रशर, खनिज संसाधन इकाई लगावल जाई।

✔ खनिज संसाधन के सही इस्तेमाल से रोजगार बढ़ी।

(C) वस्त्र और हस्तशिल्प उद्योग:

  • बनारसी साड़ी, भदोही के कालीन, गाजीपुर के जूट, कैमूर के पत्थर के उद्योग बा।

  • अगर भोजपुर राज्य बन जाई, त:

    ✔ हथकरघा, टेक्सटाइल, कालीन उद्योग के सरकारी सहयोग मिली।

    ✔ नई टेक्सटाइल पार्क, निर्यात केंद्र, सिल्क मिल खुली।

(D) व्यापार और परिवहन सुविधा:

  • भोजपुर क्षेत्र के व्यापार मुख्य रूप से कृषि और हस्तशिल्प पर आधारित बा।

  • अगर भोजपुर राज्य बन जाई, त:

    ✔ नए एक्सप्रेसवे, रेलवे कॉरिडोर, बंदरगाह लिंक बनावल जाई।

    ✔ बक्सर, बलिया, गाजीपुर, सोनभद्र, चंदौली में व्यापारिक हब तैयार होई।

◆ 3⃣ बेरोजगारी आ पलायन के रोकथाम ◆

⬛ भोजपुर क्षेत्र के लाखों युवा दिल्ली, मुंबई, गुजरात, पंजाब, सऊदी अरब, कतर, UAE में मजूरी करे खातिर जाए के मजबूर बा।

⬛ अगर भोजपुर राज्य बन जाई, त:

✔ स्थानीय स्तर पर उद्योग-धंधा बढ़ी, जवना से रोजगार के अवसर मिली।

✔ शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट केंद्र खोला जाई, जवना से आईटी, टेक्सटाइल, मशीनरी, स्टार्टअप के बढ़ावा मिली।

◆ 4⃣ शिक्षा आ स्वास्थ्य के सुधार ◆ भोजपुर क्षेत्र में अभी मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, रिसर्च इंस्टिट्यूट नइखे।

⬛ अगर भोजपुर राज्य बन जाई, त:

✔ नई यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज, IIT, IIM, रिसर्च इंस्टिट्यूट खोलल जाई।

✔ AIIMS जइसन सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, जिला अस्पताल के उन्नयन कइल जाई।

◆ 5⃣ प्रशासनिक उपेक्षा के अंत

◆ ⬛ भोजपुर क्षेत्र के विकास खातिर पटना, लखनऊ आ रांची से कोई खास ध्यान नइखे दिहल जा रहल।

⬛ अगर भोजपुर राज्य बन जाई, त:

✔ अपना प्रशासन, बजट, कानून, योजना खुद बनावल जाई।

✔ तेजी से सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा के विकास होई।

6⃣ ऐतिहासिक, सांस्कृतिक आ धार्मिक महत्व

◆ ⬛ भोजपुर क्षेत्र भारत के सांस्कृतिक आ ऐतिहासिक धरोहर ह।

⬛ एह क्षेत्र में:

✔ काशी (बाबा विश्वनाथ), कुशीनगर (भगवान बुद्ध), बक्सर (ऋषि विश्वामित्र), सोनपुर (पशु मेला), कैमूर (रोहतासगढ़ किला), चंदौली (देवदरबार धाम) जइसन महत्वपूर्ण स्थल बा।

✔ अगर भोजपुर राज्य बन जाई, त एह धार्मिक स्थलों के पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कइल जाई।

◆ 7⃣ अंतरराष्ट्रीय पहचान (प्रवासी भोजपुरिया)

◆ ⬛ भोजपुरी भाषा आज नेपाल, मॉरीशस, फिजी, सूरीनाम, त्रिनिदाद, अमेरिका, इंग्लैंड तक फैइल बा।

⬛ अगर भोजपुर राज्य बन जाई, त:

✔ प्रवासी भोजपुरिया लोग से संबंध मजबूत होई, आ निवेश बढ़ी।

✔ ई क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार, टेक्सटाइल हब, पर्यटन हब बन सकेला।

निष्कर्ष: भोजपुर राज्य बनल जरूरी बा!

⬛ भाषाई अधिकार, औद्योगिक विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, संस्कृति, प्रशासनिक सुविधा खातिर भोजपुर राज्य बहुत जरूरी बा।

⬛ जब झारखंड, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना बन सकेला, त भोजपुर राज्य काहे नइखे बन सके?

⬛ अब भोजपुरिया जनता जाग रहल बा, आ "अब भोजपुर राज्य बन के रही!" के नारा जोर पकड़ रहल बा।