सुनs हो बहिनी, सुनs हो भइया, अब जागे के बा, अब बोले के बा। हमनी हईं भोजपुरिया भाखी, राज हमार भोजपुर, राजधानी काशी!

हमार गीत
सुनs हो बहिनी, सुनs हो भइया,
अब जागे के बा, अब बोले के बा।
हमनी हईं भोजपुरिया भाखी,
राज हमार भोजपुर, राजधानी काशी!
बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद बा,
माई विंध्यवासिनी के दुलार बा।
माई गंगा के निर्मल धार बा,
संस्कृति, शौर्य, प्रेम अपार बा।
बक्सर, भोजपुर, रोहतास के शान,
कैमूर, सासाराम के माटी महान।
सारण, सिवान, गोपालगंज के चर्चा,
चंपारण के धरती बलिदान के कर्जा।
बलिया, गाजीपुर, मऊ के गरिमा,
देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर के महिमा।
आजमगढ़, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर,
बस्ती, संत कबीर नगर के उजास अमर।
चंदौली, जौनपुर, मिर्जापुर के गाथा,
वाराणसी हमनी के शिक्षा के बाटा।
संत रविदास नगर, सोनभद्र के जोश,
गढ़वा, पलामू के माटी भी खोज।
माई गंगा, घाघरा, सोन के प्यार,
कोसी, गंडक के अपार बहार।
कर्मनाशा, रिहंद, टोंस के संचार,
सरयू, गंडकी, छोटी गंगा के प्यार।
हम भोजपुरिया बेटी-बहिनी के गरिमा,
संस्कृति, संस्कार, शान के महिमा।
मेहनत से रोज रचीं इतिहास,
अब भोजपुर के मांग के करब सुरुआत!
भइया लोग, अब हाथ बढ़ावs,
अब भोजपुर के हक ले आवाs।
अब ना दबब, अब ना झुकब,
अब भोजपुर राज्य के मांग न छोड़ब!
गूँज रहल बा हर गाँव-नगर, कहेलें धमेंद्र कुमार।
अब भोजपुर राज्य हमार अधिकार!!

